राज कपूर की सत्यम शिवम् सुन्दरम में आकांक्षाएँ और समझौते
सयद साद अहमद द्वारा लिखित “हम क्या वास्तव में सच जानना चाहते हैं? सत्य की क्या आवश्यकता है? उसके बदले में झूठ क्यों नहीं? अनिश्चितता? अज्ञानता?...कोई वचन झूठ हो, ज़रूरी नहीं वो गलत हो...हमें ये देखना है कि वो कितनी ज़रूरी हैं हमारी ज़िन्दगी में...मनुष्यों का ऐसा झुकाव है कि बड़े से बड़ा झूठ हमारे…