Shreshtha Das
यौनिकता और सुलभता पर कुछ विचार
सामाजिक तौर पर अनेक उपेक्षित समूहों के लोगों को अपनी यौनिकता सिद्ध करने में अलग-अलग कठिनाईओं, क्षोभ, और दुख का सामना करना पड़ता है, लेकिन मेरे लिए तो यौनिकता के बारे में चर्चा कर पाना एक बौद्धिक कार्यकलाप के तौर पर सामने आया, एक ऐसा विषय जिस पर आसानी से रचनात्म्क चर्चा करना संभव था। सामाजिक विशेषाधिकार कुछ ऐसे ही काम करते हैं।
By Shreshtha Das
February 16, 2023
Reflections on accessibility and sexuality
I thought of myself as a feminist activist much before I formally entered the development sector space. I participated in…
By Shreshtha Das
August 16, 2017